माँ बगलामुखी साधना यह विद्या शत्रु का नाश करने में
अद्भुत है, वहीं कोर्ट, कचहरी में, वाद-विवाद में भी विजय दिलाने में सक्षम
है। इसकी साधना करने वाला साधक सर्वशक्ति सम्पन्न हो जाता है। उसके मुख का
तेज इतना हो जाता है कि उससे आँखें मिलाने में भी व्यक्ति घबराता है।
सामनेवाले विरोधियों को शांत करने में इस विद्या का अनेक राजनेता अपने ढंग
से इस्तेमाल करते हैं। यदि इस विद्या का सदुपयोग किया जाए तो देशहित होगा। मंत्र शक्ति का चमत्कार हजारों साल से होता आ रहा है। कोई भी मंत्र आबध या
किलित नहीं है यानी बँधे हुए नहीं हैं। सभी मंत्र अपना कार्य करने में
सक्षम हैं। मंत्र का सही विधि द्वारा जाप किया जाए तो वह मंत्र निश्चित रूप
से सफलता दिलाने में सक्षम होता है। यह विद्या शत्रु का नाश करने में अद्भुत है, वहीं कोर्ट, कचहरी में,
वाद-विवाद में भी विजय दिलाने में सक्षम है। इसकी साधना करने वाला साधक
सर्वशक्ति सम्पन्न हो जाता है।
ऊँ ह्मीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलम बुद्धिं विनाशय ह्मीं ऊँ स्वाहा।
विनियोग अस्य : श्री ब्रह्मास्त्र-विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नम: शिरसि। त्रिष्टुप् छन्दसे नमो मुखे। श्री बगलामुखी दैवतायै नमो ह्रदये। ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये। स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो:। ऊँ नम: सर्वांगं श्री बगलामुखी देवता प्रसाद सिद्धयर्थ न्यासे विनियोग:।
आवाहन
ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं बगलामुखी सर्वदृष्टानां मुखं स्तम्भिनि सकल मनोहारिणी अम्बिके इहागच्छ सन्निधि कुरू सर्वार्थ साधय साधय स्वाहा।
ध्यान
मंत्र इस प्रकार है-- ऊँ ह्मीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलम बुद्धिं विनाशय ह्मीं ऊँ स्वाहा। मंत्र जाप लक्ष्य बनाकर किया जाए तो उसका दशांश होम करना चाहिए। जिसमें चने की दाल, तिल एवं शुद्ध घी का प्रयोग होना चाहिए एवं समिधा में आम की सूखी लकड़ी या पीपल की लकड़ी का भी प्रयोग कर सकते हैं। मंत्र जाप पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख कर के करना चाहिए। साधनाकाल की सावधानियाँ - ब्रह्मचर्य का पालन करें। - पीले वस्त्र धारण करें। - एक समय भोजन करें। - बाल नहीं कटवाए। - मंत्र के जप रात्रि के 10 से प्रात: 4 बजे के बीच करें। - दीपक की बाती को हल्दी या पीले रंग में लपेट कर सुखा लें। - साधना में छत्तीस अक्षर वाला मंत्र श्रेष्ठ फलदायी होता है। - साधना अकेले में, मंदिर में, हिमालय पर या किसी सिद्ध पुरुष के साथ बैठकर की जानी चाहिए।
|