सरस्वती यंत्र


आज का युग बौद्धिक युग है। बौद्धिक विकास को लेकर चारों तरफ तरह-तरह के परीक्षण, कम्पिटीशन, परीक्षाएं एवं प्रतियोगिताएं संपन्न हो रही हैं। बुद्धिहीन व्यक्ति मूर्ख कहलाता है, उसकी कहीं कोई इजजत नहीं। ऐसे मुद्धिशाली व्यक्तियों की बुद्धि को कुशाग्र करने के लिए, मंदबुद्धि वालों की बौद्धिक क्षमता बढ़ोने के लिए एवं स्मरण-शक्ति की तीव्रता के लिए सिद्ध सरस्वती यंत्र एक मात्र अवलम्बन है, जिससे हम आज के इस बौद्धिक युग में सर्वाधिक सफल व्यक्ति हो सकते हैं।

विद्या प्रदान करने की अपरमित शक्ति मां सरस्वती में ही है यह यंत्र मां सरस्वती के बीज मंत्रों द्वारा निर्मित होता है आज वैज्ञानिक युग में हर किसी को ज्ञान और विद्या की आवश्यकता है ज्ञान और विद्या विहीन व्यक्ति कभी सफल नहीं हो पाता। अतः हर क्षेत्र के लोगों को यह यंत्र अत्यन्त लाभकारी साबित हो सकता है तथा सफलता के लिए ज्ञान एवं विद्या प्रदान करता है। इस यंत्र की चल प्रतिष्ठा उचित है।

यंत्र का उपयोग

जो मनुष्य इस यंत्र को श्रृद्धा पूर्वक विधि के अनुसार पूजन दर्शन या धारण करता है वह विद्या-संपन्न, धनवान् और मधुरभाषी हो जाता है, साथ ही सरस्वती की कृपा से ब्रह्मलोक में प्रतिष्ठित होता है।

बुद्धि-विद्या की देवी सरस्वती है, शिक्षा में मन लगे, आपकी बुद्धि प्रखर हो, परीक्षा में सफलता मिले, इस उद्देश्य से सरस्वती यंत्र का पूजा उपासना या धारण करना सर्वश्रेष्ठ हैं।